महाशिवरात्रि स्पेशल- हर हर महादेव


जटा में धरा है जिसके, हाथ में त्रिशूल है,
माथे पर चाँद हैं, गले में जिसके फूल हैं,
काँधे पर नाग हैं, कंठ में है विष भरा,
कैलाश जिसका स्वर्ग है, मन में जिसके स्नेह भरा,
भक्तों के विघ्नहर्ता जगत में जो प्रसिद्ध हैं,
देवों के देव हैं वोः संसार के वोः ईष्ट हैं |

वह परमेश्वर हैं, वह परमपिता हैं,
वह सर्वज्ञानी हैं, वह सोमेश्वर हैं,
वह विधाता हैं, वह रक्षक हैं,
वह दुष्टों के भी भक्षक हैं,
वह सर्वशक्तिशाली हैं, वह महाकाल हैं,
वह महादेव हैं, वह विकराल हैं |
|| हर हर महादेव ||

महाशिवरात्रि के इस शुभ मौके पर आप सबको हार्दिक शुभकामनाएं|

6 thoughts on “महाशिवरात्रि स्पेशल- हर हर महादेव

  1. Lots of uncertainty because “According to Rig Veda”, we have no creator for creation”. Lord Shiva is one, who knows the ” Weird Creation” but still is a beguiling concept by you. All the best, “Thinker”. Great Thought and Fascinating Poem. Keep going. Happy Shivratri to you, your family, friends, and all you beloved one (everyone).
    Best Wishes,
    Scienoet

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